घमंड किस से करूँ, और किस बात का करूँ? एक वो दोस्त है जिसने जरूरत पड़ने पर तिजोरी खोल दी थी, आज पैसे तो चुका भी दूँगा, लेकिन अहसान कहाँ से चुका पाउँगा। एक वो परचून की दुकान, जहां से महीनों बिना पैसे सामान लेता रहा, और फिर वो पैसे भी,किस्तों में देता रहा | एक वो मकान मालिक, जिसने एक दिन ठंड में जमीन पर सोता देख कर, अगले दिन जबरदस्ती, अपने पैसों से पलंग दिलवाया! एक वो माँ जो आज भी घर से निकलते हुए, रोती आंखों से बंधी मुठ्ठी से कुछ पैसे थमा ही देती है! एक वो पिता जो फ़ोन पर खांशी सुनते ही, अपने 10 देशी इलाज़ बिना पूछे बता ही देता है! एक वो भाई, जो महीने की 30 तारीख को भी, सिर्फ एक s m s पर पैसे ट्रांसफर कर देता है। .. और एक मेरी पत्नी, जो मेरे दुख सुनती है, मेरे अच्छे के लिए मुझसे लड़ती है, और चुपचाप से न जाने कब, मेरी जिंदगी में खुशियाँ भर देती है। #thanks2everyone #missingueveryone