चाह कर भी कोई वादा नहीं किया मैंने उससे, कुछ कसमें आड़े आ गयी, निभा न सका एक भी रस्म प्यार की, जमाने भर की रस्में आड़े आ गयी, मैं तो उसकी आँखों में डूबने ही वाला था, कम्बख़्त चश्में लगाती है ना, चश्में आड़े आ गयी.... 😉 #Ksm #Vada #Rshm Shayar Sharif