अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप, अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप। ©Neeya Ansari Dohe Meaning in Hindi कबीर दास इस दोहे में कहते हे की न तो अधिक बोलना अच्छा है, न ही अधिक चुप रहना ही ठीक है. जैसे बहुत अधिक वर्षा भी अच्छी नहीं और बहुत अधिक धूप भी अच्छी नहीं है. अतः हमें संयम के साथ रहना चाहिए। #kabirjayanti #santkabir #Nojoto #neeya #kabirdas