आज कितने भी महंगा सोफ़ा क्यूं ना बैठें, दिल तो अब भी वो गांव के आम के झूलो में ही है। ©Neelima singh #गांव_की_गलियां #गाँव_की_छाँव #गाँव_की_यादें #गाँव_और_रास्ता