हमे आज कल वो गुज़रा ज़माना याद आता है। दाल में नमक कम है,ये बात बताना याद आता है। टिंडे कद्दू पसंद नही है,ज़रा आचार लाना याद आता है। बाहर खाकर भूख मिटाना बेबस आदत हो गई है। वो बुकनू,चटनी,कुचा "सुखी" रोटी कचूमर कहाँ है। जिसके आगे सब फीका था वो निवाला याद आता है। जब मन भूखा होता है,घर का खाना याद आता है। #yqdidi #yqbaba #challenge #gharkakhana #घरकाखाना हमे आज कल वो गुज़रा ज़माना याद आता है। दाल में नमक कम है,ये बात बताना याद आता है। टिंडे कद्दू पसंद नही है,ज़रा आचार लाना याद आता है। बाहर खाकर भूख मिटाना बेबस आदत हो गई है। वो बुकनू,चटनी,कुचा "सुखी" रोटी कचूमर कहाँ है। जिसके आगे सब फीका था वो निवाला याद आता है। जब मन भूखा होता है,घर का खाना याद आता है।