#5LinePoetry कई पन्नों के ख़त लिखता था मैं उसे, और वो कहती थी, चार शब्द तो लिख दिया कर, कंजूस कहीं का स्याही बचा लेता है 😍 सुभाष ठाकुर ✍️ ©Subhash Thakur #कंजूस Kalakar Ambuj Rai sameer