तेरी याद मुझसे भुलायी न गयी। तेरी याद दिल से मिटायी न गयी। चाहत जल रही है सीने में मगर- आग तिश्नगी की बुझायी न गयी। मुक्तककार- #मिथिलेश_राय ©Mithilesh Rai #Smile