ऐ जिंदगी एक आरजू करनी थी तुझसे चल हम दोनों मिल कर कुछ ऐसा कर जाएँ कुछ फुरसत के पल चुरा कर ले आएं और वो सारे ही पल उनके नाम कर आएं जो हर पल रहते हैं हमारे खयालों में ख्वाबों में चल कर जरा उनसे मिल आएं यूँ तो हर वक्त ही चाहते हैं बस उनका साथ अगर हो सके तो उन्हें भी यकीन दिला आएं दास्तान है लम्बी मगर वक्त होगा कम छुटपुट बातों से उनका दिल बहला आएं नन्ही नन्ही बूँदों से भीगे हुए होगें वे हथेली पर बंद कर उन बूँदों को समेट लाएँ कह न पाएगें कुछ उनसे यह पता है हमें झुकी पलकों को देख वो खुद ही समझ जाएं रौनके गुलजार होगा वह हसीन लमहा बस वो हममें और हम उनमें खो जाएँ इंतजार .. बस तुम्हारा इंतजार ...