दूर होने के बाद हमसे अदब से पेश आते हैं सच कहूँ तो पागल तुमपे ये रंग ना भाते हैं तुम्हारी कहाँ पहचान बचकानी हरकत की दूसरे की होके थोड़ी ही न ऐसे बदल जाते हैं तुम दूर चली गयी लेकिन ख्यालो में आके वो पागल की बाते अब भी हमें जगाते हैं प्यार के अफ़साने दूर होके भी मुकम्मल होते हैं दुनिया देख लो,प्यार ऐसे भी किये जाते हैं #pyar#duriyaan कुछ तो मजबूरियां रही होगी यूँ की कोई बेवफा नही होता-डॉ बसीर बद्र