सच्चे सच को छुपा रहे हैं झूठे झूठ को दोहरा रहे हैं, एतबार नहीं इन दोगले लोगो पर फिर क़ौमी हिंसा भड़का रहे हैं। #पढ़े लिखे कुछ लोग आजादी की बात करते हैं....