तेरी मोहब्बत तुमसें मोहोब्बत चाहती हूँ...ख़ुद से बग़ावत चाहती हूँ लाख रोके मुझे ये दुनियां...अब तो ख़िलाफ़त चाहती हूं जिस्म और रूह के रिश्तों मे ..मानों मिलावट चाहती हूं जी सकूँ ख़ुद के साथ एक दुनियां...अब ये इबारत चाहती हूं तुम मान जाओ तो ईश्क़ है औऱ मानों तो रश्क़ मैं ख़ुद को फ़ना करके तुमसें ज़मानत चाहती हूं #MeriMohobbat