आज बारिश के बीच बैठकर, वो पल याद किया ज़िन्दगी के लम्हों में, किसने, कब, कहाँ साथ दिया? कभी पलकें भीगी, कभी खुशियों ने सौगात दिया जब जी चाहा कुचला, जब जी चाहा बर्बाद किया ग़रीबी ने घेरा कुछ इस तरह अंधेरे में समाज ने वैश्यावृत्ति का नाम दिया। #nilofarlove #nojoto #aurat #gharib