कभी तुम मिलो तो, ये मुरझाये पुष्प भी खिल उठे चली गई हो तुम यकीन नहीं होता क्योंकि तुम्हारी गंध समाई है इस मरझर फूलों में, घर के हर कोने-कोने में तुम महक रही हो प्रिय मेरे दिल मे.. ❤ [°Fragrance of Love in Caption*] कभी तुम मिलो तो, ये मुरझाये पुष्प भी खिल उठे चली गई हो तुम यकीन नहीं होता क्योंकि तुम्हारी गंध समाई है इस मरझर फूलों में, घर के हर कोने-कोने में तुम महक रही हो प्रिय