मृत्यु मेरा वरण करने से पूर्व जान लेना मेरी अभिलाषाएँ, पूर्ण हैं या रिक्त रह गई मेरी मानवीय परिभाषाएँ। क्या निभा पाई हूँ उत्तरदायित्वों को भली प्रकार, क्या कभी बनाया है स्वप्नों का संसार; अल्प समय देना,कर सकूँ सबका आभार। क्या हूँ मैं तुम्हें आलिंगन करने योग्य , क्या मेरा उद्देश्य पूर्ण हो गया है। क्या किया है सिक्त, मैंने लहू से लक्ष्य को। यदि नहीं ख़री उतरती हूँ मैं , तुम्हारे मानदंडों पर । हे मृत्यु ! त्यज देना मुझे, अनाम रहने के लिए। मृत्यु पर बस नहीं चलता 🙃 #अनाम #अनाम_ख़्याल #रात्रिख़्याल #मृत्यु_मेरा_वरण_करने_से_पूर्व