"सवाल-ए-वस्ल" तू करीब कभी थी,वक्त के साथ "कौन" होती गई जहाँ तारीफ तेरी थी,वो जुबां भी मौन होती गई वो गैरों से मिली रेत की उल्फत ढह गया था क्या ? लौट आई हो फिर से कुछ रह गया था क्या ? _Xn.niku #xn#niku#सवाल#ए#वस्ल#nojoto