क्या करूं आज तो चांद का दीदार दिन में ही हो गया देखा था जो ख्वाब मैंने पूरा हो गया चांद दिन में कुछ यूं दिख रहा है पहना है लाल लिवाज़ और धड़कनों को तेज कर रहा है, ओढ़ कर चांद की चांदनी खुद को शीतल कर लूं, फैला दे अगर बाहें चांद उसकी बाहों में सिमिट जाऊं, सारी उम्र ऐसे ही दिखे चांद मैं उसकी बाहों में सिमटा रहूं। तरुण राजपूत #मेरा_चांद #nojotoapp #nilobljo