मेरी उससे पहली मुलाकात पता नही कहा है वो रेशम का डोर किसके साथ घूम रहा है But जब वो हमसे मिलेगा ना तब वो होगा ताला ओर में होगी चाबी वो होगा बारिश तो मैं होगी छाता वो होगा मोबाइल तो मैं होगी सिमकार्ड या फिर चार्जर वो होगा पेशंट तो मैं होगी दवाई वो होगा गाड़ी तो मैं होगी पेट्रोल जब भी हम पहली बार मिलेंगे ना बहोत बाते होगी but शब्द नही होंगे उस बातो में लेकिन हमारी नजर बया करेंगी दिल की हालत ओर तब हमें समझ आयेगा की मैं हु उसकी needle(सुई)और वो है मेरा रेशम का धागा Mona pata nahi kaha hai vo