सुबह के एहसास में हो जिंदगी के खास में हो दर्द में मलहम बनें जो उन बतौर-ए-खास में हो चीखते सन्नाटे में हो शब्द के सारांश में हो तुम नदी पहाड़ दरिया बिन कहे वाक्यांश में हो ©Deepakk Rastogi #Likho #deardeepakk_writes #story_telling_by_deardeepakk #love #pain