Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम कैदी हो, हर किसी से, अलग थलग हो, कोई अंदर, बेर

तुम कैदी हो,
हर किसी से,
अलग थलग हो,
कोई अंदर,
बेरोकटोक नहीं आ सकता,
न तुम बाहर जा सकते।
आपस में बंटवारा हो गया,
अपनी अपनी,
सीमाएं बन गई,
आपस में,
प्यार बंट गया,
परिवार बंट गया,
बीच में,
दिवार खड़ी हो गई।

©Anil Kumar Jaswal #दिवार  POOJA UDESHI sanjay singh Bhadouria  gaTTubaba Aftab Khan Pramodini mohapatra
तुम कैदी हो,
हर किसी से,
अलग थलग हो,
कोई अंदर,
बेरोकटोक नहीं आ सकता,
न तुम बाहर जा सकते।
आपस में बंटवारा हो गया,
अपनी अपनी,
सीमाएं बन गई,
आपस में,
प्यार बंट गया,
परिवार बंट गया,
बीच में,
दिवार खड़ी हो गई।

©Anil Kumar Jaswal #दिवार  POOJA UDESHI sanjay singh Bhadouria  gaTTubaba Aftab Khan Pramodini mohapatra