शे'र- मुख़्तसर मुलाक़ात में ही वो ज़िन्दगी का फ़न सिखा गया वो रहनुमा मुझ क़ाफ़िर को अपना क़ासिद बना गया क़ाफ़िर- जो खुदा को न मानता हो क़ासिद- messenger of God _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "मुख़्तसर" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !