Vote (Shloka composed by me in Anushtupchand) (मेरे द्वारा रचित श्लोक अनुष्टुप्छन्द मे)🙏 (सृष्टो मयानुष्टुप्छन्दसि)🙏 (Writer-Ayush Mishra)✍️✍️ शठाचारे रता दुष्टाः नित्यरीत्युपमर्दकाः। दुष्कृतानि न मन्वते याचन्ते न च ते क्षमाम्।। आंग्लभाषायामनुवाद:✍️✍️ The evil person who indulges in misconduct, constantly violates the customs. And instead of apologizing for his mistakes, he doesn't even accept them. हिन्दी भाषा मे अनुवाद✍️✍️ दुराचार में संलग्न दुष्ट व्यक्ति,नित्य ही रीतियों का उल्लंघन करता रहता है।और वह अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगने के बजाय,अपनी गलतियों को स्वीकार भी नहीं करता है। (आयुषकोश:) ©Ayush Mishra #श्लोक #voting