फुरसत नही है मुझको "बाद ए सबा" अंजाम चाहिए मुझको फिर से मुस्कुराने की वजह चाहिए मिले कही तो ये बता देना जो रखे हो खत सम्भाल के अब तक हो सके तो फिर जला भी देना written by moinkhan खत खत