️➖️✏️✏️Gazal ✏️✏️➖️ 1222 1222 1222 लुटा था जब मेरा संसार घंटों तक बहुत रोए दरों दीवार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ मेरे अरमां जलाए ख्वाब लूटे सब बना महबूब पहरेदार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ गले उसने लगाया था मुझे पहले किया था फिर बदन पे वार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ मुझे जख्मी बनाकर फिर वही छोड़ तड़पता मै रहा लाचार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ लगा कर आग फिर देखो बना चलता जला था फिर मेरा घर- बार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ लगाया फिर गले से मौत ने आकर बदन में डाल खींचा ख़ार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ चले हैं अब सुपुर्द ए खाक करने को किया पहले मेरा सिंगार घंटों तक ➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️➖️ परेशां फिर किया अकरम नकीरों ने हुआ चर्चा भरे दरबार घंटों तक ©Shayer Akram Tyagi घंटों तक #Akramtyagishayri #ग़ज़ल Asgar Ali Warsi kuwal 7754005958 ANSHIKA PANDIT