ख़्वाब और ख़्याल ख़्याल ही ख्वाब बन जाये जब रातो में और ख़्वाब-ख्याल बन जाये जब बातो में ख़्वाब-ख्याल एक बन जाये जज्बातों में तब हमारी बात की जाती है तारों में- रातो में #हिंदीनोजोतो#रामाश्रित Ritika Suryavanshi Dev Ratna डॉ.अजय मिश्र