शीर्षक-वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे । शाहिद हुए पुलवामा हमले में 40 जवान, 14 फरवरी 2019 को मैं भूल जाऊं कैसे प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे ।। मैं उन शहीदों की यादों को भुलाऊँ कैसे । हूँ मैं कलमकार शहादत को मिटाऊं कैसे पुलवामा में लाश के ढेरों को छुपाऊं कैसे प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे ।। दुखों के भयानक दृश्य को भूल जाऊं कैसे । धमाका कानों में जो गूँज रहा सुनाओं कैसे प्रतिशोत की जल रही आग बुझाऊँ कैसे प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे ।। मिले हुए हैं कुछ अपने ही पाक के गद्दारों से, इसलिए मसूद अजहर को सबक सिखाऊं कैसे घायल पड़ी माँ भारती जख्मों को दिखाऊं कैसे प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे ।। देह के हुए टुकड़े उन टुकड़ों को उठाऊं कैसे । वो घड़ी याद आती है खुद को समझाऊँ कैसे शहिदों के परिजनों को अब धैर्य बंधाऊँ कैसे मैं प्रेम का उत्सव वेलेंटाइन डे मनाऊँ कैसे ।। रचनाकार-कवि अरुण चक्रवर्ती गुरसहायगंज कन्नौज उत्तर प्रदेश मो.9795718204 ©Poet Arun Chakrawarti,Mo.9118502777 अरुण चक्रवर्ती #dilkibaat