कोशिशें करी लाख मगर मिला ना इश्क़ का एक कतरा हमको, कभी खुद से हारे है तो, कभी किस्मत ने हराया। ये कैसी कश्मकश है , जिसने मोहब्बत को खुदा समझा वहीं उसी मोहब्बत ने उसे हराया हैं। दागदार नहीं हुए कभी ये सोचकर मिलेगा कोई हमें तो खुशनसीब समझेगा खुदको, उस इंतजार ने उस शख्स को थकाया हैं। जितने कि ख्वाहिश छोड़ वो ,प्यार पाना चाहता था, उस प्यार ने उसे बहुत रुलाया है। थी ख्वाहिश उसकी किसी से मोहब्बत पाने की, उस ख्वाहिश ने ही उसे हराया है। #हार #NojotoHindi #Nojotolove #hindikavita #विचार #कविता #कहानी #अभिव्यक्ति #शायरी #ग़ज़ल #मोहब्बत #इश्क़ #प्यार #जिंदगी