माता पिता भले ही अनपढ़ क्यों न हों लेकिन शिक्षा और संस्कार देने की जो क्षमता उनमे है वो दनिया के किसी स्कूल में नहीं सुप्रभात abhi Dil mat dukhana apni janak aur janki ka