तुम डाल डाल हजारों औजारों को लिए मेरे पड़ों को ढुंढते रहो -2 मगर जरा ठहरो जनाब जरा ठहरो अरे मैं तो इत्र हूँ बन हवा सदैव फिजाओं को महकाती मिलुंगी ...। #👸