एक कुंडली बनकर रहते आदमी ना करते कुछ घात सत्य सुनिश्चित जानिए जनमत होता साथ जनमत होता साथ नहीं होते यह पंगे तुम पर पड़ता हाथ खड़े हो जाते देंगे खोटा हो जब दाम खड़े कैसे हो तन कर बोया है सो काट उमर भर कैदी बनकर पथिक