गुरु होने का ग़ुरूर नहीं हैं, हौसलों में उड़ान बहुत हैं! क्या हुआ जो यहां से चले गये, मेहनत उनकी नयी मुक़ाम ढूढ़ ली हैं ! मेरे प्रिय गुरू " रजत सर जी " ©koko_ki_shayri #हौसलों में उड़ान हैं..😌