*सुविचार* Date-11/5/19. Day-Saturday. हमारा "शरीर" प्रकृति की सर्वोत्तम "रचना" है जो "अंग", जो "तत्व" हमें मिले हैं उन सब का अपना-अपना एक "संदेश" है तनिक सोचिए दो "आंखें"👀दी है देखने के लिए, दो "कान" 👂🏻दिए सुनने के लिए "नथुनी" 👃🏻 भी दो, दो "हाथ" 🤲🏻 दिए दोहरा परिश्रम करने के लिए किंतु "जीभ" 👅 केवल एक... उस पर भी नुकीले बलिष्ठ "दांत" दिए है उनकी "रक्षा" के लिए कभी सोचा है क्यों? क्योंकि "शब्द" और "शब्दों का उपयोग" मनुष्य का सबसे बड़ा "शस्त्र" है जिसका उपयोग जितना "सोच समझ" कर किया जाए मनुष्य जीवन में उतना ही ऊपर "उठता" है तो समझे ना.... देखो, सुनो, समझो अधिक और बोलो कम.... 🙏🏻✨✨👍🏻... #ŃÅVM Şçhöõľ Ńëémřãńå Bý-Åťüľ Şhãřmå 🖊️🖋️📝 *सुविचार* Date-11/5/19. Day-Saturday. हमारा "शरीर" प्रकृति की सर्वोत्तम "रचना" है जो "अंग", जो "तत्व" हमें मिले हैं उन सब का अपना-अपना एक "संदेश" है तनिक सोचिए दो "आंखें"👀दी है देखने के लिए, दो "कान" 👂🏻दिए सुनने के लिए "नथुनी" 👃🏻 भी दो, दो "हाथ" 🤲🏻 दिए दोहरा परिश्रम करने के लिए किंतु "जीभ" 👅 केवल एक... उस पर भी नुकीले बलिष्ठ "दांत" दिए है उनकी "रक्षा" के लिए कभी सोचा है क्यों? क्योंकि "शब्द" और "शब्दों का उपयोग" मनुष्य का सबसे बड़ा "शस्त्र" है जिसका उपयोग जितना "सोच समझ" कर किया जाए मनुष