My Bicycle जब पहली बार लाए थे पापा घर हमारे इसे देखकर हमारी खुशी का ठिकाना न था इस पर बेठाकर ले गये थे पापा बाजार घूमाने तब डर भी लगा बहुत मजा भी आया था मन करता था मैं भी चलाऊं साइकिल पर मैं चला न पाती थी पापा ने कहा डर कर नही डर को भगाना है तूझे चलाना है अगर तूझे अब भी रखी है वो पहली साइकिल हमारी सपनो कि राज दूलारी ©Vijay Kumar #myBicycle #WorldBicycleDay2021