हमारे समाज के मध्य बहुत से प्रतिभाएं मौजूद है मगर किसी कारणवश वह सामने नहीं आ पाते इन्हें समाज , देश में उजागर करने हेतु एवं साहित्य की ओर रुझान बरकरार रखते हुए हिंदी मंचों को जीवित अवस्था में बनाऐ रखने के लिए एवं नवांकुर कलमकारों को एक नई नई राह दिखाने हेतु "साहित्य सागर हौसलों की उड़ान "का गठन किया गया है जिसका उद्देश्य हमारे मध्य प्रतिभाओं का घुट घुट कर रह जाना या फिर एक अद्भुत टैलेंट होने के बावजूद भी वह उजागर नहीं हो पाता और कभी जो हौसलों की उड़ान भरी थी उन्हें एक निश्चित चरम तक नहीं पहुंचा पाते ऐसी प्रतिभाओ को बुलंदियों तक पहुंचाने का एकमात्र छोटा सा प्रयास 🌹Sahitya Sagar hoslo ki Udaan 🌷परिवार द्धारा आप जैसी महान विशिष्ट विभूतियों के सहयोग के माध्यम से किया जाएगा मुझे आशा है कि समाज के विशिष्टजन इस छोटे से प्रयास मात्र को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग प्रदान करेगा, धन्यवाद संस्थापक : कविराज कुमार गिरीश 9667713522