ये हाथ यून छूट जाता नहीं तेरा साथ मुझसे रूठ जाता नहीं तुम कहकर तो देखते बस एक बार ये तनहाई का आलम फिर हमारे बीच आता नहीं। ये मौसम जो लगता था दोनों को सुहाना शाम की चाय से जो हमने सोचा था हमेशा सजाना यून फिका ये पर जाता नहीं तुम कहकर तो देखते बस एक बार उम्मीदों का अंत इतनी आसानी से हाे पाता नहीं। ये जो दूरियां है आज दर्मियान हमारे रूठे है जैसे अरमान सारे यूंही तो रूठ जाते नहीं तुम कहकर तो देखते बस एक बार रुक जाने को कदम हमारे देहलीज के आगे हम बढ़ते ही नही, तुम कहकर तो देखते बस एक बार ये जो किसा है अधूरा हमारा ये किसा हम यून नम आंखों के साथ सुनते नहीं। तुम कह कर तो देखते... #कहकरदेखते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi