आओ हम झाँकें ज़रा अपनी गिरेबानी के बीच मामला ठीक उसी बात से हो सकता हैं #रज़ा नक़वी दिन से हो सकता हैं कुछ रात से हो सकता हैं मुझ को शिकवा भी तो हालात से हो सकता हैं