अकेलापन,क्यों इतना महसूस होता है अपनो के भीड़ में होकर भी, क्यों अंजनासा लगता है ! कितना भी तुम खुदको,उलझाने की कोशिश करो टीवी में या फेसबुक पर,व्हाट्सएप्प पे या स्नैपचैट पर या फिर किताबो में,ये कमबख्त अकेलापन, साथ नही छोड़ता । करीबी कहते है कि, 'मैं हु ना' हमेशा तुम्हारे साथ, पर कभी कभी पास होकर भी अनजाने से बन जाते है । किसीकी याद आती है और रुला जाती है इस अकेलेपन मै, अब तो आँसू भी थक गए आंखों से निकलते निकलते । सायें की तरह साथ चलता है ये अकेलापन, कमबख्त क्यों, इतना महसूस होता है ये अकेलापन । #loneliness #akelapan #yourquote #yqhindi #yqbaba #straightfromtheheart