माँ का आँचल हर एक कपड़े का टुकड़ा, माँ का आँचल हो नहीं सकता। गर ओढ़ लूँ उसके दुआ का आँचल, कोई बददुआ छू नहीं सकता । गर ख्वाहिशे हो जन्नत की, इधर-उधर मत खोजना, सिर्फ माँ के कदमों को चूमना। भूल जाता हूं जमाने के दिए सारे गम, जब रख लेते सिर, उसके गोद में हम। #nojoto #nojotoquotes #nojotolove #love #life #maa #poetry #nojotodidi #nojotobaba