आज की रात, तारों के बीच ये चांद अकेला क्यूं है? चाहत भरे आसमान में इसने, ख्वाहिशों को दिल में, यूं समेटा क्यूं है? कि डरता होगा दिल इसका भी, नहीं तो सुनसान सी रात में, अंधेरे को, अपनी रोशनी से लपेटा क्यूं है? ये चांद भी बेवफाई का मारा लगता है, वरना ये, टूटे आशिकों का इतना चहेता क्यूं है..?? आज की रात #aajkiraat #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan