माटी के पुतले हम हमें पहचान दिलाता देश न होते प्रतिष्ठित हम हमें सम्मान दिलाता देश आया स्वन्त्रता दिवस हमें खुलकर मनाना है है आजादी का जश्न हमें खुशियाँ लुटाना है सर्वोच्च शिखर पर राष्ट्र ध्वजा हमको फहराना है सम्मान मे तिरंगे के हमको अपना सर नवाना है जिस आजादी की खुली हवा मे हम स्वाँस ले रहे हैं कैद से आजाद हम हमें एहसास दिलाता देश माटी के पुतले हम हमें पहचान दिलाता देश............ न होते प्रतिष्ठित हम हमें सम्मान दिलाता देश............ प्रकाश प्रकाश