मित्रता या दोस्ती हर किसी के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। दोस्ती एक व्यक्ति के लिए प्यार, स्नेह और सम्मान की भावना है। एक अच्छा दोस्त आपके दुःख-सुख में आपका साथ देता है। जब आप मुश्किल में फंसे होते हैं तो वह मदद करता है। अगर सही मायने में देखें तो मित्रता जीवन को पूर्ण करती है। ये एक ऐसा रिश्ता है जो भगवान नहीं बल्कि हम खुद बनाते है। मेरा मानना है दोस्ती समय से नहीं भावनाओं से मज़बूत होती है। मेरी ज़िन्दगी में भी मेरे कुछ ऐसे दोस्त है, कोई जो 15 साल से साथ है और कोई जो मात्र 1.5 साल से। पर है सभी मेरे दिल के करीब। सबसे पहले मेरी बचपन की सहेली जो मुझे पांचवीं कक्षा में मिली थी। हम सिर्फ तीन साल एक क्लास में थे, पर आज 15 साल बाद भी हम लगभग रोज़ बात करते हैं। दूसरी मेरी कॉलेज की सहेली जो मुझे ग्रेजुएशन के पहले साल के पहले ही दिन मिली थी। उसने मुझे सीट ऑफर की और मैं तो उसके दिल में ही जा कर बैठ गई। तीसरा मेरा पहला प्यार जो अब भी सबसे अच्छा दोस्त है। हम चाहे जहां भी रहें, एक दूसरे के साथ हमेशा खड़े है। इसके अलावा मेरा एक ऐसा दोस्त है जिससे मैं कभी मिली नहीं हूं, पर उससे बात किए बिना जैसे दिन पूरा नहीं होता। और अंत में मेरे दो दोस्त जिनसे मैं थियेटर में मिली थी। वो तो मुझे ना दोस्त मानते है ना बहन, उनके लिए तो मैं उनका भाई हूं। ये दोस्त मेरी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा है।। •| संक्षिप्त निबंध |• विषय :- मेरा प्रिय मित्र / मेरे सबसे अच्छे दोस्त मित्रता या दोस्ती हर किसी के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। दोस्ती एक व्यक्ति के लिए प्यार, स्नेह और सम्मान की भावना है। एक अच्छा दोस्त आपके दुःख-सुख में आपका साथ देता है। जब आप मुश्किल में फंसे होते हैं तो वह मदद करता है। अगर सही मायने में देखें तो मित्रता जीवन को पूर्ण करती है। ये एक ऐसा रिश्ता है जो भगवान नहीं बल्कि हम खुद बनाते है। मेरा मानना है दोस्ती समय से नहीं भावनाओं से मज़बूत होती है। मेरी ज़िन्दगी में भी मेरे क