**बचपन में हमारा जो रिश्ता मिट्टी से होता वो बड़े होने पर भी याद आता है बचपन की वो यादें ताजा हो जाती है बारिश की बूंदे जब धरती पर गिरती है और मिट्टी से भीनी भीनी खुशबू आती है फिर से वही मिट्टी में खेलने को जी करता है वो मम्मी से छुपकर मिट्टी को खाना याद आता है। मिट्टी के घर बनाना और उन्हें दोस्तों का खराब करना उसकी बजह से दोस्तो से कट्टी होना तभी तो बचपन मिट्टी में खेलते जाता और अंत समय में भी इसी मिट्टी में मिल जाना है #स्टोरी