तुम कब तक खून की होली खेलोगे , तुम कब तक रक्त बहाओगे, ये सत्ताधीशो जरा शर्म करो तुम केसे आंख मिलाओगे, झोक दिया है मानवता को हिंसा के बाजारो में, रंग लिया है दामन अपना हाथ सजे औजारो से रो रही हैं भारत माँ तुम केसे आंख मिलाओगे , वीर शहीदों के भारत को तुम ने एसे रौंदा है झोली भर ली , तिजोरी भर ली देश को तुम ने बेचा है, ©Arun Kumar parashar #India #India we the people of India