पुरानी बिखरी यादें हैं झूठे सारे तेरे वादे हैं मेरे से मोहब्बत है तुझे इसमें तेरे ज़रूर कोई इरादे हैं! पुरानी बिखरी यादें हैं तेरे हिर्ज़ में रोने दे बस इसी के सहारे हैं मुझे रोता देख अब मेरे आबे-चश्म भी हारे हैं पुरानी बिखरी यादें हैं वो फिर से केह ना हम सिर्फ तुम्हारे हैं जो अब मेरे कानों में चुभते जा रहें हैं रातों में मुझको जगा रहे हैं पुरानी बिखरी यादें हैं वो भोली सूरत अब मत बनाना जिसपे हर बार हर हालात में दिल अपना हारे हैं अब बस तेरे से नफ़रत के इरादे हैं पुरानी बिखरी यादें हैं तेरे लिए घुस्सा,नफ़रत, मोहब्बत के आगे ये कमज़ोर सारे हैं कभी देखने तो आ केसे तू जीती और हम हारे हैं पुरानी बिखरी यादें हैं #पुरानी_बिखरी_यादें #अब_हम_अपने_आंसुओ_के_सहारे 🙏♥️♥️♥️♥️