सुनो, और भी प्यारी लगती हो तुम, जब ऐसे मेरा ज़ब्त आजमाती हो, हमसे ही मुंह फेर कर... हमको ही देखना चाहती हो... इश्क़ करने का ये तेरा सलीका मुझे बहुत भाता है... इश्क़ है मुझे तुमसे...पर तुम्हारे प्यार पर मुझे और प्यार आता है। अबोध_मन//“फरीदा” ©अवरुद्ध मन सुनो, और भी प्यारी लगती हो तुम, जब ऐसे मेरा ज़ब्त आजमाती हो, हमसे ही मुंह फेर कर... हमको ही देखना चाहती हो... इश्क़ करने का ये तेरा सलीका मुझे बहुत भाता है... इश्क़ है मुझे तुमसे...पर अधिक