Nojoto: Largest Storytelling Platform

जी कर डूबया रहू तेर म तू मझधार सा है। हर टैम ढोळ

जी कर डूबया रहू तेर म 
तू मझधार सा है।
हर टैम ढोळ दयूँ तेर त
चाशनी बरगा प्यार सा है।
रै तेर भोळे न राम राम,जो 
मन दिया तेर बरगा उपहार सा है
"गौरव" #openpoetry For eveyone's love
जी कर डूबया रहू तेर म 
तू मझधार सा है।
हर टैम ढोळ दयूँ तेर त
चाशनी बरगा प्यार सा है।
रै तेर भोळे न राम राम,जो 
मन दिया तेर बरगा उपहार सा है
"गौरव" #openpoetry For eveyone's love