कठघरे में खड़ी वो रोती रही, सिसकती रही खुद को कोसती रही. महँगी पड़ी थी उसे न्याय की गुहार किसी ने न सुनी उसकी चीत्कार. बाहर इज़्ज़त उतारी गई अंदर न्याय के नाम पर इज़्ज़त उछाली गई. जिन ज़ख्मों पर मरहम की दरकार थी उन्हें और कुरेदा गया उसके ही चरित्र पर सवाल उठाया गया. गुनाह करने वाले को सज़ा मिलेगी, जरूरी नहीं पर जिसे सहना पड़ा उसका जीवन हर पल एक सज़ा बना. #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #YoPoWriMo #कठघरा #वेदना #बलात्कार #विधि-व्यवस्था #चीत्कार Thanks for the nomination Shubhang Dimri Further nominating Shreya Levy RADHIKA VINAYAK Divyanshu Singh Pankaj Chawla Kabita Mohanty Aparna Roy Chakrabarti Vaibhav Shukla Priya Bharadwaj Komal Tanwar for #कठघरा