मेरी जिंदगी जिसने बेकार की हर तरह से, उसे यूँ बेगुनाह कह छोड़ देना नाइंसाफी होगी, उसे ताबूत में लेटा करके तसल्ली से अपनी हड्डियों के कील बना कर ठोक दूंगा, मेरी सांसे, मेरी मेहनत बेकार नही जाएगी, थोड़ी बहुत जितनी औकात है मेरी, लड़ूंगा इस 'हवस की आग' को दुनिया से बुझाने लिए, मैं तो जिंदगी ही क्या,खुद को भी झोंक दूंगा अभी दुनिया बेख़बर है मेरे इरादों से पूरी, मेरी सोच,मेरे सपनों,मेरी दिलेरी से वाकिफ नही अरे नशा खुदा का,जन्नत का सबसे बढ़कर है, सभी जिस्म के नशेड़ियों को लगा नया शोंक दूंगा इस 'हवस की आग' को दुनिया से बुझाने लिए, मैं तो जिंदगी ही क्या,खुद को भी झोंक दूंगा #yqbhaijan #yqdidi #हवस_भरा_जमाना #हवस_की_आग