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कहीं तो न्याय हो, कभी तो न्याय हो ●●●●●●●●●●●●●●●●

कहीं तो न्याय हो, कभी तो न्याय हो
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बच्चे भगवान, खुदा, जीसस, वाहेगुरु का रूप होते हैं।, यही हमसे सब लोग कहते हैं।
लो अब निशाना बना दिया है उसी खुदा को इंसान ने।, तो क्यों बख़्श दिया है फिर इन हैवानों को भगवान ने।
देख बच्चों की हालत आंखों से आंसू झर झर बहते है।, ना आना इस देश लाड़ो बस यही कहते हैं।
ये शहर ये देश तुम्हारे लायक नही है।, क्योंकि यहां कोई किसी का सहायक नही है।
सुनो तुम अगर इस धरती पर आओगी।, तो अपने रिस्क पर अब अपने कर्तव्य निभाओगी।
बनकर शेरनी इतने जोर से दहाड़ लगाना, की भेड़िया भी डरकर शुरू कर दे भागना।
अब तुम कलम नही हाथ में तलवार भाले बंदूक उठा लो।, चीरकर सीना दुष्ट पापी उस राक्षस का दुर्गा काली का रूप अपना लो।
अब मोमबत्तियों से काम नही चलने वाला।, बोलने से तुम्हारे, कोई नही सुनने वाला।
जिस रोड से उन दरिंदों ने तुम्हे जख्मी किया है।, तुम्हारे हर अंग को जख्मों से भर दिया है।
तुम उसी रॉड से उनकी आंखों को अब नोच डालो।, काटकर गला उनका, खोलते तेल में उबाल डालो।
जिस झाड़ी में ले गए तुमको उस झाड़ी में उनके शरीर को पड़ा रहने दो।, चींटी गिद्धों को उन्हें नोचकर खाने दो।
जिस नाले पर तुम्हे अधमरी हालत में फेंका उन्होंने।, उस नाले पर उनकी मुंडी को जड़ डालो।
एक हो जाओ नारी शक्ति और अब कमान सम्भालो।, अगर हो सच्ची माँ, बहता है दूध तुम्हारे स्तन से अगर
तो उठो जागो और अपनी बेटियों को और खुद को मजबूत बना लो।
अंत मे नेहा बस इतना कहेगी।, जागो नारी शक्ति और हर बेटी में खुद की बेटियों को मानो।-नेहा शर्मा। 😡
कहीं तो न्याय हो, कभी तो न्याय हो
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बच्चे भगवान, खुदा, जीसस, वाहेगुरु का रूप होते हैं।, यही हमसे सब लोग कहते हैं।
लो अब निशाना बना दिया है उसी खुदा को इंसान ने।, तो क्यों बख़्श दिया है फिर इन हैवानों को भगवान ने।
देख बच्चों की हालत आंखों से आंसू झर झर बहते है।, ना आना इस देश लाड़ो बस यही कहते हैं।
ये शहर ये देश तुम्हारे लायक नही है।, क्योंकि यहां कोई किसी का सहायक नही है।
सुनो तुम अगर इस धरती पर आओगी।, तो अपने रिस्क पर अब अपने कर्तव्य निभाओगी।
बनकर शेरनी इतने जोर से दहाड़ लगाना, की भेड़िया भी डरकर शुरू कर दे भागना।
अब तुम कलम नही हाथ में तलवार भाले बंदूक उठा लो।, चीरकर सीना दुष्ट पापी उस राक्षस का दुर्गा काली का रूप अपना लो।
अब मोमबत्तियों से काम नही चलने वाला।, बोलने से तुम्हारे, कोई नही सुनने वाला।
जिस रोड से उन दरिंदों ने तुम्हे जख्मी किया है।, तुम्हारे हर अंग को जख्मों से भर दिया है।
तुम उसी रॉड से उनकी आंखों को अब नोच डालो।, काटकर गला उनका, खोलते तेल में उबाल डालो।
जिस झाड़ी में ले गए तुमको उस झाड़ी में उनके शरीर को पड़ा रहने दो।, चींटी गिद्धों को उन्हें नोचकर खाने दो।
जिस नाले पर तुम्हे अधमरी हालत में फेंका उन्होंने।, उस नाले पर उनकी मुंडी को जड़ डालो।
एक हो जाओ नारी शक्ति और अब कमान सम्भालो।, अगर हो सच्ची माँ, बहता है दूध तुम्हारे स्तन से अगर
तो उठो जागो और अपनी बेटियों को और खुद को मजबूत बना लो।
अंत मे नेहा बस इतना कहेगी।, जागो नारी शक्ति और हर बेटी में खुद की बेटियों को मानो।-नेहा शर्मा। 😡