सुर्ख हो गई हैं आंखे और उतरा हुआ ये चेहरा है। मेरे ख्वाब हैं समंदर के, पर यहाँ मीलों का सेहरा है। तुझे शिकायत है मैंने थामी जो एक चिंगारी उंगलियों में। तुझे मालूम नहीं भीतर मेरा पूरा बदन जल रहा है।। यहाँ मिलती है मेरी पलक से पलक बमुश्किल। और तू रात बहुत हो गई सो जाने को कह रहा है।। एक बारिश कमबख्त है जो उतरती नही आसमां से। एक मेरी आंखो का दरिया जो बह जाने को कह रहा है।। #kps #ishq #yqdidi #yqbaba #diary #shayari #life #dreams