अजीब हालात हैं इधर भी उधर भी कशमकश में जान है इधर भी उधर भी क्यों जज्बातों को कहने के लिए लफ्ज़ ही मुनासिब है, इश्क़ गर सच्चा हो तो बिन कहे भी महसूस हो जाते हैं एहसासों के फंसाने, बेसब्री से इंतजार है इन होठों को दो लफ्जों का इजहार है,, तू करीब हो तो खुदा की इनायत होगी,, मेरी जिंदगी की वो खूबसूरत शाम होगी,,,, #lifeisbeautiful #lifeismagical #happiness